नई दिल्ली- आज देश अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर कर्तव्य पथ पर परेड निकाली गई. करीब डेढ़ घंटे तक चलने वाली परेड से भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया. मुख्य अतिथि के तौर पर इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सिसी शामिल हुए. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार गणतंत्र दिवस परेड की सलामी ली. इस मौके पर राफेल और सुखोई विमानों सहित 50 लड़ाकू जंगी जहाजों ने आकाश में अपने करतब दिखाए.
गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय सेना ने पुंछ नियंत्रण रेखा पर 8000 फीट की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह ने 74 वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे. राष्ट्रगान के साथ परेड का समापन किया गया. सलामी मंच के ऊपर से 2 अपाचे हेलीकॉप्टर, दो एएलएच mk4 विमान एरोहेड वार मिशन में तैयार हुए. भारतीय सेना ने इस मौके पर अपनी ताकत का एक छोटा सा नजारा पेश किया. इस परेड के मौके पर भारतीय सेना ने पूरे विश्व को यह बता दिया कि भारत कोई कमजोर देश नहीं है बल्कि आवश्यकता पड़ने पर भारत के सैनिक एक नहीं बल्कि कई मोर्चों पर युद्ध कर सकता है.